गांव और पंचायत
पंचायत राज संस्थानों (या पीआरआई) में ग्राम पंचायत आधार स्तर की पंचायत हैं, जो 73 वें संशोधन द्वारा शासित हैं, जो कि ग्रामीण स्थानीय सरकारों से संबंधित है।
ग्राम पंचायत को वार्डों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक वार्ड का प्रतिनिधित्व एक वार्ड सदस्य द्वारा किया जाता है, जिसे पंचायत सदस्य के रूप में संदर्भित किया जाता है, जो सीधे ग्रामीणों द्वारा चुने जाते हैं। पंचायत की अध्यक्षता गांव के अध्यक्ष द्वारा की जाती है जिसे प्रधान / सरपंच के रूप में जाना जाता है। निर्वाचित प्रतिनिधियों की अवधि पांच साल है । पंचायत की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त पंचायत सचिव द्वारा की जाती है ।
विकास खंडवार पंचायत एवं गाँव की सख्या निम्नवत है :
| क०स० | विकास खंड का नाम | न्याय पंचायत की संख्या | ग्राम पंचायत की संख्या | गाँव की संख्या |
|---|---|---|---|---|
| 1 | पौड़ी | 6 | 63 | 214 |
| 2 | कोट | 7 | 69 | 266 |
| 3 | कल्जीखाल | 9 | 87 | 274 |
| 4 | खिर्सू | 3 | 43 | 146 |
| 5 | पाबौ | 7 | 74 | 158 |
| 6 | थलीसैंण | 7 | 107 | 224 |
| 7 | बीरोंखाल | 10 | 102 | 267 |
| 8 | नैनीडांडा | 10 | 88 | 304 |
| 9 | एकेश्वर | 10 | 82 | 269 |
| 10 | पोखड़ा | 6 | 58 | 137 |
| 11 | रिखानिखाल | 6 | 81 | 190 |
| 12 | जयहरीखाल | 9 | 73 | 236 |
| 13 | द्वारीखाल | 10 | 97 | 232 |
| 14 | दुगड्डा | 10 | 102 | 292 |
| 15 | यमकेश्वर | 8 | 86 | 238 |
| योग | 118 | 1212 | 3447 |