जिला मुख्यालय पर जल दिवस के रूप में कार्यक्रम का आयोजन
- प्रारंभ: 25/05/2018
- समाप्ति: 25/05/2018
जल संचय एवं जल संरक्षण संवर्धन अभियान के तहत आज जिला मुख्यालय पर जल दिवस के रूप में कार्यक्रम का आयोजन जिलाधिकारी श्री सुशील कुमार की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम से पूर्व स्थानीय सर्किट हाउस से कण्डोलिया होते हुए आयुक्त सभागार तक स्कूली छात्र छात्राओं, स्वंयसेवी संगठनों तथा विभिन्न विभागां के अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा जल दिवस के उपलक्ष्य में रैली का आयोजन किया गया, जिसमें बढ चढ़कर भागीदारी के साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं के द्वारा पानी बचाओ को लेकर जान जागरूकता रैली का आयोजन किया गया जिसमें छात्र छात्राओं ने पानी बचाओ के नारे उद्घोषित किये। आयुक्त सभागार में जनपद स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन जिला परियोजना प्रबन्धक, प्रबन्धन इकाई स्वजल के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी महोदय ने प्रषाल में उपस्थित लोगों को पानी बचाओं, चाल खाल बनाओ, तालाब निर्माण, जल प्रबन्धन, रूफ हार्वेस्टिंग, गाढ़ गदेरे, नौले नालों तथा प्राकृतिक जल स्त्रोंतो का संवर्द्धन करने हेतु सभी के सामूहिक सहयोग का आह्मन किया। जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज लगातार जल का स्तर कम हो रहा है जबकि पानी का प्रयोग निरंतर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में पानी को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर पानी की चिंता को लेकर कार्य किया जा रहा है और विगत् सालों से वर्तमान तक जल का अत्याधिक दोहन प्रचुर मात्रा में हो रहा है। उन्होंने पानी, हवा, पेड़, खनिज, बिजली सभी के संवर्द्धन की बात कही। उन्होंने कहा कि मानव अपनी भौतिक आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए कानून और नियमों की अनदेखी कर रहा है। कहा कि आज हम सभी का दायित्व है कि पानी बचाना है तथा प्रकृति के साथ कोई छेड़छाड़ न करें।
जल स्त्रोतों का सवर्द्धन के इस अभियान से लोगां में जन जागरूकता लाये जाने पर जोर देते हुए, श्रीनगर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रभाकर बडोनी ने पेयजल के प्राकृतिक स्त्रोंतो का संरक्षण करने पर लोगों को अधिक से अधिक पौधा रोपण करने तथा वर्षा जल संरक्षण करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि पानी को बचाना है तो इसके लिए हमें अपनी आदतों में सुधार लाना होगा तथा पानी के दुप्रयोग से बचना होगा। कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय की शोध छात्रा दिपिक डिमरी ने पानी की गुणवत्ता व उसके उपयोग पर विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में जलागम, ग्राम्य, स्वजल आदि विभागों के द्वारा जल संरक्षण के कार्यों की जानकारी उपलब्ध करायी। कार्यक्रम में जिलाधिकारी महोदय के द्वारा एकीकृत आजीविका परियोजना जलागम, ग्राम्य, स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत उत्कृष्ठ कार्यो को अन्जाम देने वाले ग्राम प्रधानों को शाल ओड़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिनमें ग्राम प्रधान सीकू श्री राकेश कुमार, ग्राम प्रधान पटोटी श्रीमती पुष्पा देवी, ग्राम प्रधान एकेश्वर श्री मनोज थपलियाल, ग्राम प्रधान संगलाकोटी श्री महेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान गडरी श्री एके बाला, ग्राम प्रधान कटखूड श्री यशपाल पाल, प्रधान जगत पाल एवं राजपाल सभी शामिल हैं।
इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत राज्य स्तरीय निबन्ध प्रतियोगिता में पौड़ी की कुमारी आंकाक्षा कोहली को प्रथम तथा पुष्कर नेगी को द्वितीय स्थान पर प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया। जल दिवस के अवसर पर जल संस्थानों की ओर से जनपद के विभिन्न शासकीय कार्यालयों, होटल प्रतिष्ठानों में पानी बचाने के लिए टॉयलेटों में लगे सिर्स्टनों में एक प्लास्टिक की बोतल आधा पानी आधा रेत भरकर एक लीटर पानी बचाने का अभियान भी चलाया गया, इस अवसर पर पर्वतीय रंगमंच के दल नेता श्री योगम्बर पोली तथा साथी कलाकारों के द्वारा जल संचय को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, सुश्री रवनीत चीमा, सहायक परियोजना प्रबन्धक श्री सुनील कुमार, जिला विकास अधिकारी श्री वेद प्रकाश, परियोजना अर्थशास्त्री श्री दीपक रावत, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ नरेन्द्र कुमार, जल संस्थान के सहायक अभियन्ता, श्री संदीप गुप्ता, सहायक अभियन्ता, आर ई एस श्री अनिल कुमार गुप्ता, परियोजना निदेशक ग्राम्य श्री डी.सी. तिवारी समेत स्काउट गाइड के जिला सचिव श्री केशर सिंह असवाल, प्रदीप रावत समेत विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं एवं गुरू वृन्द उपस्थित थे।