स्वच्छता अभियान रैली
- प्रारंभ: 31/07/2018
- समाप्ति: 31/07/2019
भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के एक कदम स्वच्छता की ओर के अन्तर्गत जनपद में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 का आज जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत व जिलाधिकारी सुशील कुमार ने कलक्ट्रेट परिसर से जन जागरूकता रथ एवं स्कूली बच्चों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर शुभारंभ किया।
इसके उपरांत उन्होंने संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में विधिवत दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एसजीआरआरए जीजीआईसीए एमआईसीए भारत स्काउट एवं गाइडए रेडक्रॉस समेत विभिन्न शिक्षण संस्थानों के स्कूली बच्चों के साथ.अधिकारियों ने स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता नारों के साथ शहर के एजेंसी चैक, माल रोड, बस स्टेशन, धारा रोड होते हुए कलक्ट्रेट परिसर में एकत्रित हुए। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत तथा जिलाधिकारी सुशील कुमार ने स्वच्छता रथों को हरीझंडी दिखाकर विभिन्न ब्लाकों के लिए रवाना किया। कार्यक्रम के उद्देश्यों को लेकर संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत ने भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 को एक कदम स्वच्छता की ओर अहम बताया। उन्होंने स्वच्छता को लेकर कहा कि हर चीज से शिक्षा लेनी चाहिए। छोटे-छोटे बच्चे भी नसीहत दे जाते हैं। जिसे हमें स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक गांव में सर्वेक्षण के दौरान गांव के रास्ते वाले खेतो में प्लास्टिक के कचरे फैली हुई दिखी। जिसको लेकर उन्होंने रास्ते से आ रहे स्कूली बच्चों को सीख दी कि चिप्स, कुरकुरे आदि खाने से कूड़े को अन्यत्र न फैंके। इस कूड़े से आजीविका संवर्द्धन करने वाले खेत दम तोड़ देगी। इसलिए हमें कूड़े को अपने साथ ले जाकर एक नियत स्थान पर निस्तारित करना चाहिए। जिसे सभी बच्चों ने गम्भीरता से लिया तथा संकल्प लिया कि कूड़ा इधर-उधर नहीं फैलायेंगे। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति स्वच्छता को आत्मसात कर ले तो निश्चय ही आधे से अधिक कूड़े का निस्तारण एवं बीमारियों से मुक्ति मिलेगी।
जिलाधिकारी सुशील कुमार ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 के उद्देश्यों पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष के जून माह से जनपद ओडीएफ घोषित हो चुका है। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बनाये जा चुके हैं। लेकिन उन शौचालयों को उपयोग में लाये जाने की जरूरत है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोग शौचालय के इस्तेमाल को दैनिक जीवनचर्या में शामिल कर सकें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण एक माह तक चलेगा, जिसमें ग्राम पंचायत स्तर का महत्वपूर्ण योगदान रहेगाए जिस हेतु उन्होंने जनपद मुख्यालय में स्वच्छ सर्वेक्षण को सफल बनाने के लिए सम्मेलन व सेमिनार करने की बात कही जिसके माध्यम से स्थलीय निरीक्षणए व्यक्तिगत सहभागी बैठक तथा ऑनलाइन कार्यों को बारे में जन जागरूकता लाई जा सके।उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में जिला पंचायत के सहायोग से जनपद के 160 गांवों में कूड़ा निस्तारण एवं स्वच्छता के विकास पर कार्य किये जा रहे हैं। नीलकंठ मेले में भी स्वच्छता के क्षेत्र में जन जागरूकता भी लाये जा रहे हैं। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 को सफल बनाने हेतु सभी से सहयोग व समन्वय बनाने को कहा है। उन्होंने सभी टीमों को सर्वेक्षण के कार्य में सक्रिया से कार्य करने को कहा।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह ने सर्वेक्षण के उद्देश्य व मानकों पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम एक से 31 अगस्त तक आयोजित होगा। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में साफ. सफाई का निरीक्षण, शौचायलों का निर्माण, उपयोग व स्वच्छता बनाये रखने, स्कूल, बाजार, आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्वच्छता का प्रत्यक्ष अवलोकन तथा क्षेत्र की साफ सफाई को लेकर गांववासियों की ऑनलाइन व प्रत्यक्ष राय की जानकारियां एकत्रित की जाएंगी। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख पौड़ी संतोषी रावत, परियोजना निदेशक एसएस शर्मा, सहायक परियोजना निदेशक सुनील कुमार, डीईओ माध्यमिक हरेराम यादव, कार्यक्रम अधिकारी एसके त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान, स्वजल प्रबंधक विजय गौरोला समेत विभिन्न विभागों को जिलास्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।